पटना,न्यूज़ ऑफ मिथिला डेस्क : नियोजित शिक्षकों का फरवरी-मार्च माह का वेतन जारी करने के साथ हड़ताल के दौरान निलंबित शिक्षकों का निलंबन भी वापस ले सरकार। ये बातें शिक्षाविद प्रो. जयशंकर झा ने कही है। कहा कि हड़ताल के दौरान आयी वैश्विक विपदा को देखते हुए शिक्षकों ने हड़ताल को शिथिल करते हुए पूरे राज्य में समाज के बीच जाकर लोगों को जागरूक किया।
साथ ही इस विपदा में भी जबकि उनका वेतन भी बंद है, उन्होंने अपनी शिक्षक बिरादरी में कुछ-कुछ धन इक्कट्ठा कर मास्क, सेनेटाइजर, हैंडवाश, साबुन इत्यादि सामग्री का वितरण किया। शिक्षकों ने शिक्षक धर्म निभाया, अब सरकार की बारी है। सरकार के शिक्षा सचिव आरके महाजन ‘नो वर्क नो पे की बात करते हैं फिर कुछ शिक्षक 17 फरवरी और कुछ शिक्षक 25 फरवरी से हड़ताल पर गए हैं। इस आधार पर भी फरवरी का वेतन तो सभी शिक्षकों का मिलना सर्वथा उचित एवं न्यायसंगत है। प्रो. झा ने मुख्यमंत्री से अपील की है कि राज्यभर के संबद्ध महाविद्यालय के संकटग्रस्त शिक्षकों एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों के वर्षों से अटके उनके अनुदान को भी जल्द जारी किया जाए ताकि इस विपदा की घड़ी में उन्हें भी संबल मिल सके।
प्रो. झा ने मानवाधिकार के हिमायती मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि इस विपदा की घड़ी में मानवीय आधार पर शिक्षक संघों से वार्ता की पहल कर सहानुभूतिपूर्वक निर्णय लें। शिक्षक संघों से भी आग्रह किया है कि वैश्विक विपदा के समय सरकार यदि दोनों महीने का वेतन निर्गत करने के साथ निलंबन वापसी के लिए सकारात्मक संकेत देती है तो शिक्षक बंधु भी हड़ताल जारी रखने पर पुनर्विचार करें।
