न्यूज डेस्क. ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के सहायक प्रमोद कुमार दास ने शुक्रवार को समाजशास्त्र विभाग के अध्यक्ष व पूर्व विधान पार्षद डॉ. विनोद कुमार चौधरी पर उन्हें थप्पड़ जड़ने का आरोप लगाया। इसकी जानकारी मिलने पर दूरस्थ शिक्षा निदेशालय व विश्वविद्यालय के करीब दो दर्जन कर्मचारी वहां पहुंच गए और डॉ. चौधरी के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। श्री दास के समर्थन में कई छात्र नेता भी वहां पहुंचे।
श्री दास के साथ गोलबंद होकर वे डॉ. चौधरी की शिकायत करने कुलपति कार्यालय पहुंचे। उन लोगों ने डॉ. चौधरी के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कुलपति व कुलसचिव कार्यालय में आवेदन दिया। कुलपति ने मामले की जांच के लिए छह सदस्यीय कमेटी का गठन किया है। कमेटी में सिंडिकेट सदस्य डॉ. डीएन पासवान, कुलानुशासक, उपकुलानुशासक, अध्यक्ष, छात्र कल्याण, बीएम कॉलेज, बहेड़ी के प्रधानाचार्य तथा दूरस्थ शिक्षा निदेशलय के निदेशक को शामिल किया गया है।
कुलपति को आवेदन देने के बाद श्री दास एफआईआर दर्ज कराने विश्वविद्यालय थाने पहुंचे। डॉ. चौधरी पहले से ही थाने पर मौजूद थे। उनपर नजर पड़ते ही श्री दास के समर्थन में पहुंचे कर्मचारी व छात्र नेता आक्रोशित हो गए और डॉ. चौधरी की गिरफ्तारी की मांग करने लगे। डॉ. चौधरी ने उनपर लगे आरोपों को निराधार बताया है। हुए उन पर गंभीर आरोप लगाए। समाचार लिखे जाने पर दोनों पक्ष एक-दूसरे के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने थाने में जुटे हुए थे।
इस संबंध में विश्वविद्यालय थानाध्यक्ष जितेन्द्र नारायण सिंह ने कहा कि दोनों पक्षों ने आवेदन दिया है। सदर एसडीपीओ अनोज कुमार मामले की जांच करेंगे। जांच के बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।