दरभंगा । दरभंगा शहरी विधानसभा क्षेत्र में अब लोकतंत्र का पर्व मनाने में सियासी पहलवान जुट गए हैं। कोई इतिहास टटोल रहा है तो कोई भूगोल देख रहा है। कोई सामाजिक समीकरण का गणित पढ़ रहा है। तर्क-वितर्क के बीच मतदाता तमाशबीन की भूमिका में हैं। वैसे यहां का इतिहास अजब रहा है। इतिहास टटोला जा रहा है तो यहां के कैनवास पर हर रंग का राजनीतिक रंग देखने को मिल रहा है। मतदाताओं ने सभी राजनीतिक विचारधारा को सहारा दिया। कभी सत्ता के साथ तो कभी विपक्ष की राह। कांग्रेस के हाथ को मजबूत किया तो कभी दीप भी जलाया और कमल भी खिलाया। समाजवादियों को भी देखा और वामपंथ को भी सलाम किया।
हर चुनाव का अलग-अलग अंदाज रहा।
अशोक नायक – BJP
अशोक नायक बीजेपी के जिला उपाध्यक्ष रह चुके हैं। वैश्य वोटरों में इनकी अच्छी पकड़ है। मधुबनी के सांसद अशोक यादव के काफ़ी क़रीबी माने जाते हैं। अशोक नायक अप्रत्यक्ष रूप से आगामी विधानसभा चुनाव में bjp के टिकट पर या निर्दलीय चुनाव लड़ने की मंसा जाहिर कर चुके हैं।
सुजीत मल्लिक – BJP
भाजपा के जिला उपाध्यक्ष हैं। पूर्व में निगम पार्षद रहे हैं। कायस्थ जाति से आते हैं। जातीय समीकरण के हिसाब से वो भी ताल ठोक रहे हैं। 1995 में कायस्थ समाज के शिवनाथ वर्मा शहर के विधायक थे।
अजय पासवान – bjp
भाजपा में सक्रिय रूप से हैं। पूर्व में भाजपा कोटे से मेयर रहे हैं। राजनीतिक अनुभव और योग्यता के आधार पर सबसे मजबूत हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री सह वर्तमान में विधानपरिषद डॉ सजंय पासवान के अनुज हैं। प्रदेश से लेकर केंद्रीय स्तर के बड़े नेताओं में इनकी अच्छी पकड़ है।
अभिषेक कुमार – निर्दलीय
अभिषेक कुमार वॉइस ऑफ दरभंगा के संचालक हैं। शहर में स्थानीय मुद्दों पर ये लगातार सजंय सरावगी को घेरते आये हैं। अभिषेक को भाजपा के अलावे कांग्रेस जदयू ,राजद , कम्युनिस्ट पार्टी के कार्यकर्ता मानते हैं। अभिषेक द्वारा उठाए गए विभिन्न मुद्दों पर उन्हें सबका सहयोग मिलता रहा है। ब्राह्मण फेडरेशन , भीम आर्मी, MSU द्वारा संयुक्त रूप से भी इन्हें प्रत्याशी बनाया जा सकता है।
संजय सरावगी – BJP
वर्तमान में दरभंगा शहरी क्षेत्र से विधायक हैं. लगातार तीन बार से जीत हासिल करते आ रहे हैं. विगत वर्षों में यहाँ की स्थानीय मुद्दों पर विपक्षी इन्हें घेरते आ रहे हैं.यहां के लोग इनके काम से खुश नही है । यही वजह है कि पिछली बार इन्होंने बहुत कम वोटों के अंतर से जीत हासिल की।
अब महागठबंधन खेमे की बात करें तो कांग्रेस में अजय जलान, कांग्रेस जिलाध्यक्ष सीताराम चौधरी , राजद में ओमप्रकाश खेड़िया , पूर्व विधायक हरेकृष्ण यादव के नामों की चर्चा की जा रही है। हालांकि बीते विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को जिले में एक भी सीट नही दी गई थी।


