दरभंगा । केंद्र सरकार की उड़ान स्कीम के तहत दरभंगा का चयन किया गया था। लोगों को उम्मीद है कि वे तय समय-सीमा के भीतर दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरू के लिए यहां से उड़ान भर सकेंगे। स्पाइस जेट ने इन तीनों रूटों पर उड़ान के लिए निविदा डाली थी।
दरभंगा हवाई अड्डे पर रनवे और टर्मिनल भवन का कार्यारंभ सोमवार को केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री सुरेश प्रभु और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार करेंगे। इस अवसर पर केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्यमंत्री जयंत सिन्हा और बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के अलावा एयरपोर्ट ऑथिरिटी ऑफ इंडिया के अधिकारी सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि भी मौजूद रहेंगे। केंद्रीय मंत्री और मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर प्रशासनिक तैयारी पूरी कर ली गई है। दोपहर बाद ठीक 1.45 बजे केंद्रीय मंत्री और मुख्यमंत्री हवाई मार्ग से दिल्ली से दरभंगा पहुंचेंगे। वहीं, डिप्टी सीएम पटना से हेलीकॉप्टर से दरभंगा पहुंचेंगे। दरभंगा हवाई अड्डे पर सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं। आने वालों के लिए पास की व्यवस्था की गई है। बिना पास के अंदर प्रवेश करना निषेध रहेगा।
स्थानीय सांसद कीर्ति आजाद ने कहा है कि दरभंगा से हवाई सेवा शुरू करवाने की राज्य सरकार की कभी मंशा नहीं रही है। अभी 92.02 करोड़ से जो कार्यारंभ होने जा रहा है, वह केवल और केवल केंद्र सरकार का योगदान है। राज्य सरकार ने 30 एकड़ जमीन अधिग्रहण के मामले को लटका कर रख दिया है। फिर भी केंद्र सरकार ने रक्षा मंत्रालय के स्वामित्व वाली जमीन पर कार्य शुरू किया है। केंद्रीय नागर विमानन मंत्री सुरेश प्रभु एवं राज्यमंत्री जयंत सिन्हा 24 दिसंबर को परियोजना का विधिवत शुभारंभ करने के लिए दरभंगा पहुंच रहे हैं। राज्य सरकार तो बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना वाली कहावत चरितार्थ कर रही है। वे रविवार को कटहलवाड़ी स्थित आवास पर संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे। सांसद आजाद ने कहा कि 8 दिसंबर 2015 को उनकी अगुवाई में उत्तर बिहार के सांसदों के शिष्टमंडल ने प्रधानमंत्री से मिलकर संयुक्त ज्ञापन सौंपा था। उसका नतीजा है कि दरभंगा में हवाई सेवा आरंभ करने के लिए नागर विमानन मंत्रालय द्वारा कार्यवाही प्रारंभ हुई।
