दरभंगा : जिले के भालपट्टी ओपी क्षेत्र के भालपट्टी ओपी गांव में शुक्रवार को कोविड-19 का सर्वे करने गई आशा कार्यकर्ता के साथ एक ग्रामीण ने बदसलूकी करते हुए कागजात फाड़ दिया। सूचना पर पहुंचे स्थानीय पुलिस एवं बीडीओ-सीओ को भी ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा। ग्रामीणों ने आरोपी को पुलिस की गाड़ी से उतारने का प्रयास किया। एसडीपीओ अनोज कुमार सहित कई थाने की पुलिस एवं दंगा नियंत्रण बल के जवानों ने मौके पर पहुंचकर मामले को पूरी तरह शांत कराया। आरोपी युवक को गिरफ्तार कर थाना ले जाया गया है।
बताया जाता है कि कोविड-19 की रोकथाम के लिए बाहर से आए लोगों का माइक्रोप्लान के तहत सर्वे का काम भालपट्टी पंचायत के वार्ड नंबर चार में किया जा रहा था। आशा कार्यकर्ता गांव के पांच घरों में सर्वे कर छठे घर में सर्वे कर रही थी। घर के अभिभावक सभी जानकारी आशा को उपलब्ध करा रहे थे। इसी बीच उनका पुत्र बाहर से आया। उसने आते ही आशा को सर्वे करने से मना करते हुए उसके कागजात फाड़ दिए। आशा के कपड़े खींचे जाने की भी बात सामने आ रही है। आशा के साथ बदसलूकी की सूचना पर ओपी प्रभारी मो. मोहसिन खान, सदर बीडीओ रवि सिन्हा व सीओ अरुण कुमार सक्सेना मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने आरोपी युवक को गाड़ी में बिठा लिया। इसी दौरान दर्जनों ग्रामीण वहां जुटकर आरोपी को छोड़ने की मांग करते हुए बीडीओ व सीओ के साथ बदसलूकी करने लगे। ग्रामीण आरोपी को गाड़ी से नीचे उतारने लगे।
कुछ देर बाद सदर थानाध्यक्ष शशिकांत सिंह, मब्बी ओपी प्रभारी गौतम कुमार, रैयाम थाना व सोनकी ओपी की पुलिस वहां पहुंची। इसके बाद आरोपी को गिरफ्तार कर थाना ले जाया गया। बाद में सदर एसडीपीओ अनोज कुमार दंगा नियंत्रण बल के जवान के साथ वहां पहुंचे। गांव में पुलिस द्वारा फ्लैग मार्च कर शांति बहाल कर लिया गया है। पीड़ित आशा कार्यकर्ता द्वारा प्राथमिकी के लिए थाने में आवेदन दिया जा रहा है। इस मामले में डीएम डॉ. त्यागराजन एसएम ने कहा कि आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। स्थिति नियंत्रण में है।
