दरभंगा । जिले के हायाघाट प्रखंड क्षेत्र के होरलपट्टी गांव स्थित बाबा जनेश्वरनाथ महादेव मंदिर में चल रहे श्रीमदभागवत कथा सप्ताह ज्ञान यज्ञ के समापन के दौरान श्रीकृष्ण अवतार कथा से आनंदित रहा। इस दौरान पूरा पूजा स्थल श्रीकृष्ण की भक्ति में रंगा रहा। मौके पर घोघरडीहा से आए प्रसिद्ध कथावाचक श्रीरामजी व्यास जी महाराज ने कथा के अंतिम दिन कहा कि प्रभु अपने भक्त का बाल बांका भी नहीं होने देते हैं, बशर्ते विपत्ति में भी प्रभु का नाम का स्मरण हो। उनके नाम के स्मरण मात्र से ही सारी बाधाएं दूर हो जाती है और मन का सारा क्लेश मिट जाता है। भक्त प्रह्लाद ईश्वर की भक्ति का जो मानक स्थापित किया, वह आज भी अनुकरणीय है। उन्होंने कहा कि विपत्ति में ईश्वर हमारी कठिन परीक्षा लेते हैं, परंतु हमें ईश्वर की परीक्षा से विचलित नहीं होना चाहिए। उन्होंने पुतना उद्धार की कथा का मार्मिक प्रसंग सुनाकर श्रोताओं को भक्तिभाव में तल्लीन कर दिया। उन्होंने भगवान श्रीकृष्ण की बाल्यावस्था की कथा का प्रसंग भी मार्मिक तरीके से सुनाया और बताया कि हमें सद्कर्मों के लिए हमेशा सहयोग करना चाहिए। इससे न सिर्फ पुण्य होता है, बल्कि हम भगवान के लिए प्रिय पात्र भी बन जाते हैं। उन्होंने भगवान श्रीकृष्ण के गुणों का बखान करते हुए कहा कि लीलाधारी भगवान श्रीकृष्ण के पूरे जीवन में विभिन्न प्रकार के व्यक्तित्व का दर्शन होता है। कथा के दौरान कथावाचक ने स्पष्ट कहा कि मानव का शरीर मांसाहार के लिए बना ही नहीं। लोगों को मांसाहार तथा नशा से पूर्णत: दूर रहना चाहिए। इस दौरान काफी संख्या में श्रद्धालु उमड़ पड़े। इस भागवत कथा से पूरे क्षेत्र में माहौल एकदम भक्तिमय हो गया है। साथ ही दूरदराज से आने वाले लोगों की संख्या भी काफी रही। मौके पर पूरा पंडाल खचाखच भरा रहा। मौके पर आचार्य भुवनेश्वर झा की मौजूदगी में पंडित क्रमश: विश्वनाथ झा शास्त्री, निर्शू झा, देवचन्द्र झा, जगन्नाथ झा के मंत्रोच्चारण के बीच हवन किया गया। मौके पर डॉ परमानंद झा, पूनम झा, राजू चौधरी, मिन्द कुमार आचार्य, रंजीत झा, रामनरेश झा, नवीन कुमार झा, शैलेन्द्र झा, आनंद बैठा, तुलानंद सहनी, कारी बाबा, गोपाल झा, दीपक झा, जुगनू झा आदि पूरी तरह सक्रिय दिखे।
