दरभंगा । दरभंगा रेलवे स्टेशन पर सोमवार को रेलवे द्वारा मिथिला की उपेक्षा के बिरोध में मिथिला विकास संघ के तत्वावधान में 8 सूत्री माँगो को लेकर एक दिवसीय धरना दिया गया , जिसका नेतृत्व संघ के महासचिव सुजीत कुमार आचार्य ने किया । संघ की ओर से उनकी प्रमुख माँगो में दोनार सहित दरभंगा शहर के सभी रेलवे क्रासिंग पर ओवरब्रिज का निर्माण करने ,दरभंगा समस्तीपुर रेल लाइन दोहरीकरण के कार्य में तेजी लाने ,सकरी निर्मली रेल लाइन के अमान परिवर्तन को यथा शीध्र पूरा करने ,दरभंगा बिरौल ट्रैन को हरिनगर तक चलाने एवं उसका फेरा बढ़ाने ,साईकिल मोटरसाइकिल एवं शौचालय में अधिक वसूली पर रोक लगाने , दरभंगा नरकटियागंज रेल लाइन का दोहरीकरण करने आदि शामिल था . धरनास्थल पर ही एक सभा उदयशंकर मिश्रा के अध्यक्षता में हुयी जिसे सम्बोधित करते हुए बक्ताओ ने कहा की शहर के दोनार एवं चट्टी गुमटी पर रेल ओवरब्रिज नहीं होने के कारण पूर्वी भाग के लोगो को भीषण जाम की समस्याओं से जूझना पड़ता है।साथ ही मिथिला में चल रहे रेलवे की बिभिन्न परियोजना को कछुआ चाल की गति से चलाया जा रहा है। बक्ताओ ने मांग किया की दरभंगा स्टेशन पर भी स्टेशन का नाम प्रमुखता से मिथिलाक्षर में लिखा जाय । बक्ताओ में मुख्य रूप से मुकेश प्रसाद निराला , रत्नेश्वर झा ,बरुन कुमार झा , राम बाबू चौपाल , प्रेम कुमार “बौआ ” ,चंद्रेश , राम नाथ “पँजियार “आर के दत्ता , , रानी देवी , पि के झा “टेकटरिया “भारतेंद्र सिंह ,कमलेश उपाध्याय “शरद कुमार सिंह , मृत्युंजय मृणाल , जय भारद्वाज ,ज्योति सिंह , कौशल झा ,ज्ञानेश्वर राय ,कन्हैया “मंडल “दीपक झा ,चंद्रशेखर झा , संतोष कुमार श्रीवास्तव आदि प्रमुख थे
