दरभंगा । जदयू के राष्ट्रीय महासचिव संजय झा ने सोमवार को मनीगाछी पहुंचकर यहां के विभिन्न मंदिरों में पूजा-अर्चना की। सर्वप्रथम वे मिथिलांचल के प्रसिद्ध सिद्धपीठ बाणेश्वरी भगवती मंदिर पहुंचे। जहां विधि-विधान पूर्वक पूजा अर्चना की। इसके उपरांत पत्रकारों को संबोधित किया। कहा कि मंदिर को पर्यटन स्थल का दर्जा मिलने के उपरांत मंदिर विकास के लिए 65 लाख रुपया आवंटित किया गया है। उक्त राशि से एक महीना बाद नवंबर में कार्य आरंभ कर दिया जाएगा। जिससे यहां मंदिर में पूजा-अर्चना करने आए श्रद्धालुओं को सुविधा होगी। मिथिलांचल के कई जगहों को विकसित करने को लेकर वे प्रयत्नशील है। जिसका उपस्थित कार्यकर्ताओं एवं लोगों ने ताली बजाकर स्वागत किया। इस दौरान उन्होंने सरकार और विपक्ष दोनों पर मिथिलांचल के इतिहास की उपेक्षा करने का आरोप लगाया। कहा कि पुरातत्व विभाग ने मिथिलांचल के साथ न्याय नहीं किया। मिथिलांचल का इतिहास अभी तक पृथ्वी में दफन है। आज तक किसी सरकार ने इस इतिहास को निकालने का सही तरीके से प्रयास नहीं किया। नालंदा की खुदाई होने से विक्रमशिला निकला तो शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी रहे मिथिला में भी जरूर कोई विश्वविद्यालय रहा होगा। उसे खोजने की जरूरत पर उन्होंने बल दिया। इसके बाद उन्होंने बाजितपुर और बघांत जाकर मंदिरों में पूजा-अर्चना की।
