प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोरोना संकट से निपटने में देश-दुनिया का भरोसा जीत रहे हैं। हाल में किए गए एक सर्वे में कहा गया है कि 93.5% भारतीयों को यकीन है कि मोदी सरकार कोरोना संकट से बहुत असरदार तरीके से निपट रही है। केंद्र सरकार ने 25 मार्च से 21 दिन के लिए देशव्यापी लॉकडाउन का ऐलान किया था जिसे 3 मई तक बढ़ा दिया गया है।
देश में कोरोना से निपटने के लिए केंद्र सरकार की कोशिशों को हर तरफ से सराहना मिल रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार पर लोगों के भरोसे में बढ़ोत्तरी हुई है। मीडिया में आई एक सर्वे की रिपोर्ट के मुताबिक जब प्रधानमंत्री मोदी ने 25 मार्च को लॉकडाउन का ऐलान किया था, तब देश के 76.8% लोगों को मोदी सरकार पर भरोसा था,जो लगभग 1 महीने में बढ़कर 93.5% हो गया।
इस सर्वे के दौरान लोगों ने कहा कि उन्हें लगता है कि सरकार कोविड-19 से उपजे हालात से अच्छी तरह से निपट रही है। यह सर्वे देशभर में 16 मार्च से 21 अप्रैल के बीच किया गया। इस सर्वे में लोगों से सवाल पूछा गया कि क्या आपको लगता है कि भारत सरकार कोरोना वायरस प्रकोप को अच्छी तरह से संभाल रही है?” सर्वे की शुरुआत में 16 मार्च को 75.8% लोगों ने सरकार पर भरोसा जताया था। लॉकडाउन के पहले दिन यह आंकड़ा बढ़कर 76.8% हो गया। 31 मार्च तक 79.4% लोगों ने सरकार पर विश्वास जताया। इसके बाद यह आंकड़ा 21 अप्रैल तक बढ़कर 93.5% हो गया। सर्वे के मुताबिक लोगों ने केंद्र सरकार के हर सख्त फैसले को भी सही ठहराया है।
प्रधानमंत्री मोदी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार को आम लोगों के साथ-साथ दुनिया भर के ख़ास लोगों की तरफ से भी तारीफ मिल रही है। गौरतलब है कि माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स ने भी कोरोनावायरस के खिलाफ लड़ाई में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लिए गए फैसलों की सराहना की थी। उन्होंने मोदी को लिखी चिट्ठी में कहा था कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में आपकी सरकार ने डिजिटल क्षमताओं का पूरा इस्तेमाल किया है। गेट्स ने पत्र में लिखा,
”हम भारत में कोविड-19 के संक्रमण की दर को रोकने के लिए आपके नेतृत्व और आपके तथा आपकी सरकार द्वारा उठाए गए सक्रिय कदमों की सराहना करते हैं। यह देखकर आपका आभारी हूं कि आप सभी भारतीयों के लिए पर्याप्त सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करने की आवश्यकता के साथ अनिवार्य जन स्वास्थ्य संतुलन बनाने के लिए कदम उठा रहे हैं।”
इसके पहले एक अमेरिकी कंपनी ने भी पीएम मोदी को कोरोना के खिलाफ लड़ाई में दुनिया भर में सबसे अग्रणी नेता माना है। इस सर्वे में ये पता लगाने की कोशिश की गई कि किस देश के राष्ट्राध्यक्ष ने कोविड-19 से लड़ने के लिए किस तरह के फैसले लिए और कदम उठाए। इस रिसर्च में पीएम मोदी पहले नंबर पर हैं जबकि दूसरे नंबर पर मैक्सिको के राष्ट्रपति और तीसरे नंबर पर ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इस लिस्ट में आठवें स्थान पर हैं।
दरअसल केंद्र सरकार और पीएम मोदी कोविड 19 के खिलाफ जंग में बहुत तेजी से फैसले ले रही है । जिस समय हमारे यहां कोरोना का एक भी केस नहीं था, उससे पहले ही भारत ने कोरोना प्रभावित देशों से आने वाले यात्रियों की एयरपोर्ट पर स्क्रीनिंग शुरू कर दी थी। कोरोना के मरीज सौ तक पहुंचे, उससे पहले ही भारत ने विदेश से आए हर यात्री के लिए 14 दिन का आइसोलेशन अनिवार्य कर दिया था, अनेक जगहों पर मॉल, क्लब, जिम बंद किए जा चुके थे । जब देश में कोरोना के सिर्फ 550 केस थे, तभी भारत ने 21 दिन के संपूर्ण लॉकडाउन का एक बड़ा कदम उठा लिया था। महीना-डेढ़ महीना पहले कई देश कोरोना संक्रमण के मामले में एक प्रकार से भारत के बराबर खड़े थे। आज उन देशों में भारत की तुलना में कोरोना के मामले 25 से 30 गुना ज्यादा हैं। ये सब संभव हुआ है केंद्र और राज्य सरकारों के प्रयासों और लोगों की मेहनत से ।
कुल मिलाकर कोविड-19 से निपटने के तौर-तरीकों को लेकर प्रधानमंत्री मोदी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार की देश और दुनिया में सराहना और तारीफ हो रही है।
