दरभंगा, सोमू कर्ण । इलेक्ट्रॉनिक एवं सूचना प्रौद्योगिकी तथा विधि एवं न्याय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि दरभंगा में जल्द ही एक बीपीओ (बिजनेस प्रोसेस आउटसोर्सिंग) की स्थापना की जाएगी। जिसमें मिथिलांचल के छात्र-छात्राओं को अपना भविष्य संवारने का मौका मिलेगा। 10 करोड़ की लागत से रामनगर आइटीआइ परिसर में एक बड़ा सेंटर बनाया जाएगा। मिथिलांचल के छात्र-छात्राओं को इस परिसर में अपने हुनर को संवारने का मौका मिलेगा। साथ ही ड्राइङ्क्षवग लाईसेंस को आधार कार्ड से जोड़ा जाएगा। वे शनिवार को डीएमसी ऑडिटोरियम में रिमोट दबाकर एसटीपीआइ के दरभंगा केंद्र का शिलान्यास कर रहे थे। कहा कि तीन तलाक दुनिया के 22 इस्लामिक मुल्कों में यह कानून समाप्त हो गया है।
जो पति ऐसा करेंगे तो उन्हें तीन साल की जेल होगी। लोकसभा में यह बिल पास हो चुका है। राज्यसभा में कांग्रेस ने इसे लटका रखा है। कहा कि तीन तलाक नारी-न्याय, नारी गरिमा और नारी के सम्मान से जुड़ा हुआ है। पूर्व की कांग्रेस सरकार पर हमला करते हुए कहा कि पहले योजनाएं कागजों पर चलती थी। बिना काम के ही पैसा का भुगतान हो जाता था।
मनरेगा के तहत जिस गांव में एक भी मजदूर नहीं था, वहां सबसे ज्यादा पैसा भेजा जाता था। डिजिटल इंडिया से इसपर लगाम लगा। अब योजना की राशि सीधे लाभुकों के खाते में चली जाती है। कहा कि एसटीपीआइ (सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पॉक ऑफ इंडिया) नौजवानों के हुनर को बढ़ाता है। वर्ष 1992-93 में सॉफ्टवेयर पार्क की शुरुआत हुई थी। उस वक्त केवल 52 करोड़ का व्यवसाय था, जो अब बढ़कर तीन लाख करोड़ पहुंच चुका है। कहा कि देश की 130 करोड़ आबादी में से 121 करोड़ लोग मोबाइल का उपयोग कर रहे हैं।
इनमें से 50 करोड़ लोग स्मार्टफोन का उपयोग कर रहे हंै। यह डिजिटल इंडिया है। कहा कि पहले देश में दो मोबाइल कंपनी थी, अब इनकी संख्या 268 है। दरभंगा में एम्स की स्थापना को लेकर उन्होंने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को ध्यान आकृष्ट कराने की बात कहीं। बता दें कि रामनगर आइटी परिसर में राज्य सरकार ने दो एकड़ जमीन केंद्र सरकार को निशुल्क दी है। इससे पूर्व आगत-अतिथियों का स्वागत पाग-चादर, मिथिला पेंङ्क्षटग्स से किया गया।
सभा को बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी, नगर विधायक संजय सरावगी, जाले विधायक जीवेश कुमार आदि ने संबोधित किया। स्वागत भाषण एसटीपीआइ निदेशक मानस पांडा ने किया। मौके पर एमएलसी अर्जुन सहनी, सुनील कुमार ङ्क्षसह, सुमन महासेठ, दिलीप चौधरी, पूर्व विधायक गोपाल जी ठाकुर सहित एसटीपीआइ के अधिकारी मौजूद थे।
