दरभंगा,news of mithila डेस्क । दरभंगा – नरकटियागंज के बीच सवारी गाड़ियों का सीधा परिचालन, नहीं होने से लोगों की परेशानी बढ़ गई है। रक्सौल – नरकटियागंज के बीच रेल परिचालन शुरू हुए महीनों बीत गए। लेकिन दरभंगा वाया सीतामढ़ी से नरकटियागंज रेलवे स्टेशन के बीच अब तक सवारी ट्रेनों का सीधा परिचालन नहीं हो रहा है। जो इस रेल खंड यात्रियों को नरकटियागंज जाना चाहते है या नरकटियागंज, भेलाही, सिकटा के लोगों को दरभंगा वाया सीतामढ़ी आना हो तो उन्हे रक्सौल पहुंच कर ट्रेन की अदला-बदली करनी पड़ती है। जो आर्थिक, शारीरिक और मानसिक रूप से यात्री परेशान रहते है। इस संबंध में पूछने पर अधिकारी भी जवाब देने से परहे•ा कर रहे हैं। अलबत्ता टेक्निकल परेशानी बता कर अपनी पीछा छुड़ा लेते हैं। मालूम हो कि जब इस रूट में छोटी लाइन की ट्रेन चलती थी तो दरभंगा से नरकटियागंज तक ट्रेन का सीधा परिचालन होता था। वर्ष 1998 में जयनगर, दरभंगा, सीतामढ़ी, रक्सौल व नरकटियागंज रूट को छोटी लाइन से बड़ी रेल लाइन के लिए अमान परिवर्तन का काम प्रारंभ हुआ। यह काम पांच साल में पूरा हो जाना था, लेकिन 20 साल के बाद पूरा हुआ। बाद भी इस क्षेत्र के जनता के रूट पर यानी दरभंगा-नारकटियगंज वाया सीतामढ़ी, रक्सौल रेल खंड पर सीधा ट्रेन की परिचालन नही होने के कारण यातायात की भाड़ी समस्या बानी हुई है, दरभंगा-नार्कटियगंज वाया सीतामढ़ी रेल रुट पर एक भी सवारी गाडी की सीधा परिचालन न होना दुर्भाग्यपूर्ण है, छोटी लाईन थी तब दरभंगा, रक्सौल, नरकटियागंज रूट पर सात जोड़ी ट्रेन की परिचालन होता था, जो आज नदारद है। लोगों ने बताया कि फिलवक्त इस रूट पर प्रतिदिन कम से कम 15 जोड़ी मालगाड़ी गुजरती है, लेकिन सवारी गाड़ी नहीं चलना दुर्भाग्यपूर्ण है। लोगों ने अंदर ही अंदर इस रूट पर सवारी गाड़ी की परिचालन नहीं होने से आंदोलन करने की धमकी भी दे रहे है कि अतिशीघ्र इस रूट पर कम से कम सात जोड़ी ट्रेनों की परिचालन अगर नहीं शुरू कराया गया तो बाध्य होकर लोग आंदोलन के लिए विवश होंगे।
मुख्यालय से अब तक इस संबंध में कोई निर्देश नहीं मिला है। जिस कारण दरभंगा से नरकटियागंज के लिए सवारी ट्रेन का सीधा परिचालन नहीं हो पा रहा है।
~आरके जैन, मंडल रेल प्रबंधक समस्तीपुर, पूमरे
